तुम बिन जीवन कैसा?...
भाव बिना
भवसागर कैसा?
नेह बिना स्नेही कैसा?
रीती बिना निति कैसी?
प्रेम बिना प्रीत कैसी?
दिया बिना बाती कैसी?
माटी बिना थाती कैसी?
लय बिना छंद कैसा?
पिया बिना प्रियतम कैसा?
बोध बिना ज्ञान कैसा?
लक्ष्य बिना पंथ कैसा?
तुम बिना मै कैसा?
दिया बिन बाती जैसा?
आधार बिना तत्व कैसा?
तुम ही कहो.......
अवनि बिन आकाश कैसा?
दिन बिन रात जैसा....!!
भाव बिना
भवसागर कैसा?
नेह बिना स्नेही कैसा?
रीती बिना निति कैसी?
प्रेम बिना प्रीत कैसी?
दिया बिना बाती कैसी?
माटी बिना थाती कैसी?
लय बिना छंद कैसा?
पिया बिना प्रियतम कैसा?
बोध बिना ज्ञान कैसा?
लक्ष्य बिना पंथ कैसा?
तुम बिना मै कैसा?
दिया बिन बाती जैसा?
आधार बिना तत्व कैसा?
तुम ही कहो.......
अवनि बिन आकाश कैसा?
दिन बिन रात जैसा....!!
तुम बिना मै कैसा?
ReplyDeleteदिया बिन बाती जैसा?
nicee lines....
भाव बिना
ReplyDeleteभवसागर कैसा?
नेह बिना स्नेही कैसा?
रीती बिना निति कैसी? best lines in this kavita..