माँ
जीवन दाता
भाग्य बिधाता
दुःख पाकर
हम को सुख देती
माँ सब भावों
में खुश रहती.
माँ
जीवन की
अनुपम थाती
माँ हम को
जीना सिखलाती.
सब रिश्तों में
बढ़कर माँ है
बड भागी वो
जिनकी माँ है..ध्यानी ६/५/११
जीवन दाता
भाग्य बिधाता
दुःख पाकर
हम को सुख देती
माँ सब भावों
में खुश रहती.
माँ
जीवन की
अनुपम थाती
माँ हम को
जीना सिखलाती.
सब रिश्तों में
बढ़कर माँ है
बड भागी वो
जिनकी माँ है..ध्यानी ६/५/११
Bahut sunder rachna hai. Sach jinke paas 'MA' hai unse bada bhagi koi nahi.
ReplyDeleteshubhkamnayen