बहुत वेदना दिल में होती
जब अपने गुमसुम होते हैं.
भाव शून्य तब हो जाता जब
उनकी आंखें नम होती हैं.
बहुत वेदना दे जाता हूँ
अनजाने कुछ कर जाता हूँ
उनका हिय जब भर जाता है
अंतस में फिर पछताता हूँ...
ध्यानी. १०/५/११
जब अपने गुमसुम होते हैं.
भाव शून्य तब हो जाता जब
उनकी आंखें नम होती हैं.
बहुत वेदना दे जाता हूँ
अनजाने कुछ कर जाता हूँ
उनका हिय जब भर जाता है
अंतस में फिर पछताता हूँ...
ध्यानी. १०/५/११
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