उसने कहा था.................................
1. दुनियॉं की सभ्यतायें और समाज में जो मानक हैं वे आदमी ने ही तो गढ़े हैं। अपनी सुविधा और दूसरों के शोषण के लिए गढे गये नीति-नियमों को सवर्था विरोध होना चाहिए और आम आदमी के हक के लिए लड़ते रहना ही मानवता है।-मदन जोशी, पत्रकार एवं चिंतक
2. एक लड़की क्या कहती है, वो कभी मत सुनो! जो नही कहती है उसे सुनने की कोशिश करो तो किसी भी इंसान को लड़की को समझने में कोई समस्या नही आयेगी।- शोभा कोटनाला
3. कभी किसी से कुछ पाने की चाहत कभी मत रखो, जितना हो सके दूसरों को मदद करो। इससे तुम्हें आत्म संतुष्टि मिलेगी और तुम्हारी इच्छाओं को अनावश्यक विस्तार नही मिलेगा।-रेखा ध्यानी
4. अपने वंश के लिए बेटियों को मारने वाले ये क्यों नही जानते, समझते हैं कि जब लडकियां ही नही रहेंगी तो फिर उनका वंश कैसे चलेगा?
-दिनेश ध्यानी
5. अपने परिवार और अपने बच्चों की परवरिश में मुझे जो आनन्द मिलता है वों दुनियां की किसी भी चीज से नही मिलता है। मेरा परिवार ही मेरी दुनियॉं है।- शोभा कोटनाला
6. कभी किसी चीज के पीछे मत भागो, जितने उसके पीछे भागोगे, वो तुमसे उतनी ही दूर चली जायेगी।-शोभा कोटनाला
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