Pages

Wednesday, August 17, 2011


वाह! रे अन्ना हजारे ....


वाह! रे अन्ना हजारे
बहुत खूब किया प्यारे
बेईमानों की गाल पर
मारे तमाचे करारे....
वाह! रे अन्ना हजारे.
धरती के तुम बेटे
भारत की आत्मा हो
दीन हीन के हमदर्द
बेसहारो के हो सहारे....
वाह! रे अन्ना हजारे.
जन-जन चेत चुका
भारत अब जाग चुका
तुम्हारी एक आवाज ने
खोल दिये पट सारे.... 
वाह! रे अन्ना हजारे..
सूरत भी बदलेगी
सीरत भी बदलेगी
जन-गण-मन जागेगा
भारत भूमि से अब
बेईमानी का भूत भी भागेगा
सब जन हैं अब तुम्हारे सहारे...
 वाह! रे अन्ना हजारे.
तुमने दी आवाज
एकजुट भारत आज
एक और आज़ादी का
तुमने अलख जगाया
तुम्हारी सोच सभी पर भारी
हिला दी सत्ता सारी
मुहं चुराते है अब
चोर,गद्दार सारे......
वाह! रे अन्ना हजारे.
नमन तुम्हें भारत के सपूत
जन-जन के ह्रदय सम्राट
तुम हो हम सबके प्यारे..
वाह! रे अन्ना हजारे...

No comments:

Post a Comment