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Monday, June 13, 2011

हाईकू


1.
तुम मिलीं
जीवन की
बगियां खिली।


2.
सिर पर
आसमान
तभी तक
मां-पिता का
साया जब तक।


3.
पzेम में
पूर्णत्व
अवनि संग
अपनत्व।


4.
तुम और मैं
न जानें
कब हम बनें
तब पता चला
जब भाव खिले।
5.


इन्तजार करना
भावों में उजास
भरना मैं आउंगा
लौटकर तुम
मेरी राह तकना।


6.
वाहियात की
बातों में तुम भी
ध्यान न धरना
तुम मुझसे और मैं
तुमसे बस विश्वास
बनाये रखना।


7.
तुम मेरी आत्मा
तुम मेरा सत्व
तुम बिन अवनि
मेरा क्या अस्तित्व?....ध्यानी.... 13 जून. 2011.





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