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Thursday, June 9, 2011

थोड़ा-थोड़ा करके...!


थोड़ा तुम सुनो
थोड़ा हम सुनें
आओ हम तुम
कुछ अलग गुनें।
थोड़ा तुम सहो
थोड़ा हम सहें
आओ हम तुम
कुछ अलग बनें।
थोड़ा तुम रचो
थोड़ा हम रचें
आओ हम तुम
कुछ अलग करें।
थोड़ तुम झुको
थोड़ा हम झुकें
आओ हम तुम
कुछ अलग चलें।
थोड़ा तुम कहो
थड़ा मैं कहूं
आओ हम तुम
इतिहास रचें।
थोड़ा तुम लिखो
थोड़ा हम लिखें
अवनि! हम तुम
कुछ विचार गढ़ें।।..... ध्यानी.... 9 जून, 2011.





















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